साडे तां वेड़े जंज नानक दी आई ऐ असाँ तां सुणया मुंडा रूप इलाही ऐ मुख...

सिधि बोलनि सुभ बचनि धनु नानक तेरी वडी कमाई। वडा पुरवु परगटिआ कलिजुगि अंदरि जोति जगाई।...

झिमि झिमि वरसै अंम्रित धारा।। मनु पीवै सुनि सबद बीचारा।। अनद बिनोद करे दिन राती सदा...

कलि तारणि गुरु नानक आइआ।। सुणी पुकारि दातार प्रभु गुरु नानक जग माहि पठाइआ। चरन धोइ...